नई दिल्ली में इंतज़ार कर रहे मणिपुर के 27 भाजपा विधायक, कोई फैसला नहीं
नई दिल्ली: मणिपुर में राजनीतिक अनिश्चितता बनी हुई है, क्योंकि राज्य के लगभग 27 भाजपा विधायक लगातार दूसरे दिन नई दिल्ली में डेरा डाले हुए हैं और पार्टी के केंद्रीय नेतृत्व से दिशा-निर्देशों की प्रतीक्षा कर रहे हैं। राजधानी में मौजूद होने के बावजूद, इन विधायकों की प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी या गृह मंत्री अमित शाह से कोई मुलाकात नहीं हुई है, और इंफाल में नेतृत्व संकट के समाधान की दिशा में अब तक कोई ठोस प्रगति नहीं हुई है।
बुधवार को मणिपुर भवन में हुई बैठक बिना किसी नतीजे के खत्म हो गई, क्योंकि नए नेता के चयन पर सहमति नहीं बन पाई। सूत्रों के अनुसार, पूर्व मुख्यमंत्री एन. बीरेन सिंह ने विधानसभा अध्यक्ष ठोकचोम सत्यव्रत सिंह का समर्थन किया है, हालांकि दोनों के बीच राजनीतिक रिश्ते तनावपूर्ण रहे हैं। विधायक आज भाजपा के प्रदेश प्रभारी संबित पात्रा से मुलाकात कर सकते हैं।
पार्टी सूत्रों का कहना है कि मणिपुर के मुद्दे पर भाजपा का केंद्रीय नेतृत्व फिलहाल कोई जल्दबाज़ी नहीं दिखा रहा है, क्योंकि उसका मुख्य ध्यान आगामी बिहार विधानसभा चुनावों पर केंद्रित है — जिसे पार्टी के लिए एक बड़ा राजनीतिक परीक्षण माना जा रहा है। राजनीतिक विश्लेषकों का मानना है कि मणिपुर में सरकार गठन को लेकर कोई ठोस फैसला संभवतः बिहार चुनाव परिणामों के बाद ही लिया जाएगा।
फिलहाल, भाजपा की मणिपुर इकाई अनिश्चितता की स्थिति में है, और राज्य का राजनीतिक भविष्य पार्टी की राष्ट्रीय चुनावी प्राथमिकताओं के पीछे छूटता हुआ दिखाई दे रहा है।

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